चंडीगढ़। प्रयोग फाउंडेशन और सोसाइटी फॉर डिवाइन रेकी मेडिटेशन (एनजीओ) ने एक निःशुल्क दंत कैंसर जांच शिविर का आयोजन किया। इस शिविर को फायर एंड सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया चंडीगढ़ चैप्टर द्वारा समर्थित किया गया था।
शिविर के समापन अवसर पर पंजाब जल आपूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड के चेयरमैन डॉ. एसएस अहलूवालिया ने क्षेत्रवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक संगठनों को अपनी सेवाओं का दायरा बढ़ाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें। उन्होंने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि दंत रोगों के प्रति जागरूकता ही दंत कैंसर से बचाव का मुख्य आधार है।
सोसायटी फॉर डिवाइन रेकी मेडिटेशन (एनजीओ) की सचिव महक सिंह ने कहा कि भारत और दुनिया भर में मुंह का कैंसर बढ़ रहा है। निदान में देरी के कारण अधिकतम रोगियों का पता तब चलता है जब बीमारी उन्नत अवस्था में होती है। आज के शिविर का उद्देश्य शीघ्र पता लगाने में सहायता करना है। प्रयोग फाउंडेशन के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने सामाजिक कार्यकर्ता नितेश महाजन को चंडीगढ़ इकाई का अध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की। महाजन ने पूरे जोश और प्रयास के साथ समाज की सेवा करने का संकल्प लिया। शर्मा ने बताया कि धनास चंडीगढ़ के सामुदायिक केंद्र में 162 मरीजों की मुफ्त जांच की गई।
इससे पहले शिविर का उद्घाटन करते हुए चंडीगढ़ के पूर्व मेयर दवेश मोदगिल ने कहा कि हमारे खान-पान और बदलती जीवनशैली के कारण दांतों की बीमारियां लगातार बढ़ रही हैं। यह रोग किसी भी आयु वर्ग के व्यक्ति को हो सकता है। शिविर के दौरान ओरल कैंसर स्क्रीनिंग विशेषज्ञ एवं एमडीएस ओरल एवं मैक्सिलोफेशियल पैथोलॉजिस्ट डॉ. सैकत चक्रवर्ती के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने 162 पुरुषों और महिलाओं की जांच की। शिविर में भाग लेने वालों को संस्था की ओर से निःशुल्क टूथ ब्रश और पेस्ट भी दिया गया।
स्थानीय नगर पार्षद राम चंद्र यादव ने संगठनों द्वारा उठाए गए कदम की सराहना करते हुए कहा कि वह भविष्य में नियमित रूप से शिविर आयोजित करने में मदद करेंगे ताकि लोगों को अधिकतम लाभ पहुंचाया जा सके।
शिविर के दौरान प्रयोग फाउंडेशन की प्रतिनिधि निधि गुप्ता, प्रोजेक्ट प्रभारी शिवांगी बंसल, सामाजिक कार्यकर्ता उमेश महाजन, एडवोकेट उज्ज्वल मित्तल, जतिन नागपाल, डेजी महाजन और शिव चर्चा ग्रुप के सदस्य मौजूद रहे। डॉ. रजत कपूर, निहारिका शर्मा, आयुष्मान भारद्वाज, शिवम कुमार और वैभव मित्तल की टीम ने मरीजों की जांच की और मुफ्त परामर्श दिया।